मुकेश...फिल्म तौफा...पुराने गीत...जो धुंधले से हैं...और धुंद हटानेसे सुनने से हैं...
कहा तक जफा हुस्न्वालोंकी सहतें...
Tuesday, December 28, 2010
Lut gay din rat ka aaram kyu
मुकेश...की दर्द भरी आवाज...कुंदनलाल सैगल की यद् दिलाती आवाज...
लुट गया दिन रात का आराम क्यूँ...
लुट गया दिन रात का आराम क्यूँ...
Friday, December 24, 2010
Mera Dil Todane wale
मेरा दिल तोड़ने वाले मेरे दिल की दुवा लेना...मिटाकर मेरी दुनियाँको नयी दुनियां बसा लेना...मुकेश शमशाद...
Kaha tak Jafa Husn walon ka sahate
कहाँ तक जफा हुस्न वालों की सहते...मुकेश...फिल्म तौफा...
Wednesday, December 1, 2010
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